Vegan Food kya hota hai वीगन डाइट
“वीगन डाइट”, आजकल आप ये नाम काफी सुन रहे होंगे, ये “वीगन डाइट” होता क्या है, आइये आज इसे बारे में जानकारी प्राप्त करते है,
दरअसल “वीगन डाइट” का मतलब होता है कच्ची सब्जियों, भीगे हुए अनाज, बीज, नट्स और ड्राई फ्रूट्स का सेवन,
इसमें ना तो किसी प्रकार के डेयरी प्रोडक्ट्स शामिल होते है और ना ही किसी भी प्रकार का मांस, मछली या अण्डे शामिल होते है,
“Vegan diet” एक शाकाहारी डाइट है और इस डाइट को अपनी सेहत को दुरुस्त रखने के लिए और अपने फिगर को मेंटेन रखने के लिए ली जाती है, “Vegan diet” का चलन सेलिब्रिटीज में बहुत देखने को मिलता है, उनका मानना है की एक तो इस डाइट से वजन नहीं बढ़ता, दूसरा फिगर भी संतुलित रहता है, और तीसरा “वीगन डाइट” उनके स्वास्थय को भी अच्छा रखती है।
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“वीगन डाइट” लेने के बारे लोगों का ऐसा सोचना है की सब्जियों को पकाने पर उनके पोषक तत्व नष्ट हो जाते है, उनका कच्चा सेवन करने से उनमें पुरे पोषक तत्व भी मौजूद रहते है और उनमें किसी तरह का फैट भी नहीं होता,
आजकल आपको ऐसे बहुत से लोग और स्टूडेंट्स भी मिल जायेंगे जो अपने को मेंटेन रखने के लिए “Vegan diet” ले रहे है,
ठीक है कुछ हद तक तो “वीगन डाइट” लाभकारी हो सकती है, लेकिन क्या आपको पता है यह डाइट लाभकारी के साथ साथ अपने साइड एफ्फेक्ट्स भी दे सकती है,
यह बात सही है की “Vegan diet” से आपको एक स्वस्थ शरीर प्रदान करने में सहायक होती है साथ ही इस डाइट से हार्ट डिजीज का रिस्क भी कम होता है और कोलोस्ट्रोल भी नहीं बढ़ने देती,
लेकिन क्या आपको पता है की लम्बे समय तक केवल “Vegan diet” पर ही रहना भी आपकी सेहत के लिए काफी नुकसानकारी हो सकता है, ऐसे बहुत से विटामिन्स और नूट्रिशियन्स ही जो आपको कच्ची सब्जियों और Vegan diet से प्राप्त नहीं हो सकते है और आपके शरीर में उन पोषक तत्वों की कमी होने से शरीर को बहुत से नुकसान हो सकते है।
एक रिसर्च से यह बात सामने आई है की Vegan diet आपके स्वास्थय के लिए लाभकारी हो सकती है, यह भी माना है की सब्जियों को पकाने से उनमें मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो जाते है, जैसे की बंद गोभी, लाल गोभी, पालक, टमाटर आदि,
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ठीक है माना की इन सब्जियों और भी अन्य सब्जियों के पोषक तत्व नष्ट हो जाते है, लेकिन गाजर, फूल गोभी, ब्रोकली, मशरूम, शतावरी जैसी सब्जियों पकाने से उनमें बहुत अधिक न्यूट्रीशियंस बढ़ जाते है,
दूसरे उदहारण के तौर पर टमाटर को ही ले लें, टमाटर को पकाने से उसमे मौजूद विटामिन C की मात्रा जरूर कम हो जाती है, लेकिन वही टमाटर पकने के बाद “लाइकोपीन” एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट ही समझ लें, वह 50% प्रतिशत तक बढ़ जाता है और यही “लाइकोपीन” कैंसर और हृदय रोगों को कम करने में बहुत लाभकारी होताहै,
पकी हुई सब्जियाँ कच्ची सब्जियों के मुकाबले ऐसे एंटीऑक्सीडेंट का निर्माण करती है जो हमारे शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने वाले हानिकारक अनु “फ्री रेडिकल्स” को नष्ट करती है, फ्री रेडिकल्स हमारे शरीर में कई तरह की बीमारियों को लाते है।
“Vegan diet” के बारे में गलतफहमियां
Vegan diet के बारे में ज्यादातर यंगस्टर्स और लोगों का मानना ही की इस diet से वह बहुत स्वस्थ, रोगमुक्त और संतुलित शरीर की प्राप्ति कर सकते है, यह बात बहुत हद तक सही भी है, लेकिन लंबे समय तक के लिए नहीं,
“वीगन डाइट” के अगर लाभ है तो उसके बहुत से नुकसान भी है, “वीगन डाइट” से हम हमारे शरीर के लिए जरुरी ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, जिंक, आयरन, विटामिन B12, D और सेलेनियम प्राप्त नहीं कर सकते,
इसके अलावा भी बहुत से न्यूट्रीशियंस हमें “वीगन डाइट” से प्राप्त नहीं हो सकते, जिनकी कमी आगे चलकर हमारे शरीर में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न कर सकती है,
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इसलिए केवल “वीगन डाइट” पर निर्भर रहने से हम कई तरह की शारीरिक समस्याओं से घिर सकते है, इसलिए यह बहुत जरुरी हो जाता है की “वीगन डाइट” के साथ साथ हम पके हुए भोजन का भी सेवन करें और हमारे शरीर को सभी तरह के पोषक तत्व प्राप्त हो,
जो कुछ तो कच्ची सब्जियों से प्राप्त होते है और कुछ पकी हुई सब्जियों से।